आज का शुभ-संदेश
‘आज के शुभ संदेश’ के तहत श्री चित्रगुप्त आदि मंदिर द्वारा आप सभी स्नेही जनों को आम जनजीवन में होने वाली समस्याओं के समाधान हेतु सटीक सुझाव दिए जाते हैं। जिसमें शुभकारी, हितकारी और बाधा विघ्नों से बचने की या फिर किसी भी प्रकार की नकारात्मक ऊर्जा से बचाव जैसे उपाय, टोटके और शकुन के लिए विविध टिप्स सम्मिलित हैं। श्री चित्रगुप्त आदि मंदिर परिवार का उद्देश्य आप सभी स्नेही जनों के सदैव हित में समर्पित विभिन्न उपाय बताकर आप सबों का सहयोग करना है। ‘शुभ संदेश कॉलम’ के अंतर्गत दिए जाने वाले ज्ञान या परामर्श एक व्यक्ति को अपनी कार्य योजना के लिए सार्थक रणनीति, समय की गुणवत्ता एवं महत्व को समझने में सक्षम बनाती है।।
🛕श्री चित्रगुप्त आदि मंदिर, पटना सिटी में पूजा-अर्चना🙏 के लिए :
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दान पुण्य के लिए :
Account Holder : Shree Chitragupta Adi Mandir Prabandhak Samiti,
Ac. No : 10796161762
Adrress : SBI Gulzarbagh Patna-7
IFSC SBIN0001496
कोरोना महामारी के कारण संकट झेल रहे प्रवासी मजदूरों पर राजनीति न करें।
कोरोना महामारी के कारण संकट झेल रहे प्रवासी मजदूरों पर राजनीति न करें।
03-June-2020
श्री चित्रगुप्त आदि मंदिर पटना सिटी एक ऐतिहासिक स्थल।
श्री चित्रगुप्त आदि मंदिर पटना सिटी एक ऐतिहासिक स्थल।
07-March-2010
मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए एवं मंदिर निर्माण से जुड़ी भविष्य की योजनाएं।
मंदिर के जीर्णोद्धार के लिए एवं मंदिर निर्माण से जुड़ी भविष्य की योजनाएं।
हमारा राशिफल
राशिफल एक हिंदू कैलेंडर है जो महत्वपूर्ण कार्यों के लिए अनुकूल और शुभ समय और दिन खोजने और चुनने के लिए आवश्यक ज्योतिषीय भविष्यवाणियां देता है जैसे विवाह, शिक्षा, साक्षात्कार, परीक्षा आदि जैसे। राशिफल की मदद से हम अग्रिम रूप से चयनित दिन की प्रकृति और गुणवत्ता की भविष्यवाणी कर सकते हैं। राशिफल का उचित ज्ञान एक व्यक्ति को कार्य के अनुसार योजना बनाने के लिए विशेष समय की गुणवत्ता एवं महत्व को समझने में सक्षम बनाता है।
आज का पंचांग 06 December 2024 : जानिए कैसा होगा आज आपका दिन |
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हमारा राशिफल
दशहरा, जिसे विजयदशमी के नाम से भी जाना जाता है, भारत के प्रमुख त्योहारों में से एक है। यह त्योहार असत्य पर सत्य की और बुराई पर अच्छाई की विजय का...
अनंत चतुर्दशी हिन्दू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जिसे भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है। इस दिन भगवान विष्णु के अनंत रूप की पूजा...
Chief Executive Office Bearer
पता : अन्नपूर्णा पथ,कुर्जी, पटना-10मो० : 09810057790
पता : 1 /3 विवेकानंद पार्क पाटलिपुत्रा, पटना- 800013 मो०- : 9431664836
पता : तारणी प्रसाद लेन, पटना – 8 मो० : 9852940391
पता : नौज़र कटरा, पटना सिटी-8 मो० : 9430433271
पता : मानस पथ पटना सिटी, पटना-800008 मो० :9334006075
पता :ई-1, ब्लॉक-ई, ईस्ट ऑफ़ कैलाश, दिल्ली मो० :09999971717
मंदिर का इतिहास
आपके जीवन की
आराधना
भगवान के साथ
एक मंदिर जो कई शताब्दियों से भारत के बिहार प्रांत की राजधानी पटना के विकास के रूप में गवाह रहा है, अपने प्राचीन गौरव को फिर से प्राप्त करने के लिए तैयार है। भगवान चित्रगुप्त को समर्पित, हिंदू भगवान जो मनुष्यों के सभी कार्यों को हिसाब-किताब रखतें हैं, यह पटना में गंगा तट के दक्षिणी छोर एवं महात्मा गाँधी सेतु, गायघाट से 1 किलोमीटर पूरब की ओर दीवान मुहल्ला पटना सिटी में स्थित है।
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TESTIMONIALS
श्री चित्रगुप्त आदि मंदिर का जीर्णोद्धार श्री चित्रगुप्त जी की आदि प्रतिमा के पुर्नअवतरण के पश्चात एक राष्ट्रीय अभियान बन चुका है | श्री रवीन्द्र किशोर सिन्हा की अध्यक्षता में ही ऐसा सम्भव हो सकता है | इन्होने मंदिर के लिए आर्थिक संसाधन जुटाने का विश्वसनीय ढाँचा तैयार किया है और मन्दिर को देश-विदेश के शुभचिन्तकों के सहयोग से पूरा कराने की परियोजना इन्हीं के नेतृत्व में सार्थक आकार ले रही है | पूरा कायस्थ समाज रवीन्द्र किशोर सिन्हा को प्यार एवं समर्थन करता है | इसीलिये इनका निर्विरोध निर्वाचन होना ही था |
रवीन्द्र किशोर सिन्हा ने अध्यक्ष पद स्वीकारने का आग्रह मुझसे किया था | तब मैंने उन्हें स्पष्ट कह दिया था कि अध्यक्ष पद पर उन्हें ही बने रहना चाहिए | उन्होंने आदि मन्दिर के जीर्णोद्धार कार्य को एक सार्थक गति प्रदान कि है और उनके नेतृत्व में ही मन्दिर का अपूर्ण काम पूरा होगा – ऐसी आशा है | सर्वसम्मति से उनका अध्यक्ष बनना तय था | कायस्थ नव जागरण अभियान हमारे संकल्प के साथ शुरू हुआ था | हम सब उनके साथ है |
मन्दिर के जीर्णोद्धार का कार्य बड़े स्तर पर जब शुरू किया गया था तो बीच में अचानक अर्थाभाव के कारण काम रुक गया था | तब मेरे आग्रह पर रवीन्द्र किशोर सिन्हा सहयोग के साथ तुरंत आगे आए और निर्माण कार्य शुरू कराया | अध्यक्ष बनने के बाद इन्होंने जीर्णोद्धार अभियान को विशाल आयाम प्रदान किया है | इन्होंने जब मुझसे इस बार समिति का अध्यक्ष बनने कि गुजारिश कि तो मैंने इन्हें अध्यक्ष बने रहने के लिए काफी मनाया | हम सब इनके साथ मजबूती से खड़े हैं | अच्छा हुआ कि ये मान गये और सबने मिलकर इन्हें पुनः निर्विरोध अध्यक्ष निर्वाचित कर दिया | मन्दिर परिसर के विकास को अब कोई रोक नहीं सकता |
श्री रवीन्द्र किशोर सिन्हा ने जब मन्दिर समिति का अध्यक्ष बनने का प्रस्ताव मेरे सामने रखा तो मैंने उन्हें दो टूक शब्दों में कह दिया था कि मन्दिर और कायस्थ नव-जागरण आन्दोलन के हित में उनका ही अध्यक्ष बने रहना अत्यावश्यक है | मैंने जब आगे बढकर उनके नाम का प्रस्ताव किया तो अपार जन समर्थन सामने आ गया | जनादेश रवीन्द्र किशोर सिन्हा के पक्ष में था | उनका निर्विरोध निर्वाचन शुभ संकेत है | हम सब को आगे बढ़कर इनके हाथ मजबूत करने चाहिये और कायस्थ अस्मिता कि रक्षा के हित में बिहार ही नहीं देश के इस पुरातात्विक महत्त्व के धरोहर को समय-सीमा के भीतर पूरा करने में अपना योगदान देना चाहिए |
देश के कायस्थ-आन्दोलन को संघठित कर उन्हें दिशा देने में रवीन्द्र किशोर सिन्हा ने अभूतपूर्व भूमिका निभाई है | पटना सिटी का श्री चित्रगुप्त आदि मन्दिर कायस्थ समाज की अस्मिता का प्रतीक तो है ही यह पुरातात्विक महत्त्व का पर्यटन स्थल भी बनने की क्षमता रखता है | रवीन्द्र किशोर सिन्हा के दुबारा अध्यक्ष बनने से पटनावासियों की आशा पूर्ण होती दिख रही है |
About RK Sinha
मन्दिर के अध्यक्ष श्री रवीन्द्र किशोर सिन्हा जी के प्रयास एवं कुशल नेतृत्व में पुर्ण अवतरित भगवान श्री चित्रगुप्त की आदि प्रतिमा का उनके स्थान पर पुन: स्थापना किया गया। श्री सिन्हा जी ने मन्दिर प्रबन्धन समिति के अध्यक्ष बनते ही पुराने गैर जिम्मेवार अधिकारियो को अन्य कार्य में लगाया और मन्दिर के आस पास के भूखंड को अवैध कब्जाधारियों से कब्जा मुक्त कराकर मन्दिर जीर्णोद्धार के लिए खुद ही काफी राशियो की व्यवस्था कर अपनी देखरेख में मन्दिर को विशाल स्वरुप में परिवर्तित कराया । श्री सिन्हा जी ने संगत-पंगत के नाम से बिहार, झारखण्ड, असम, बंगाल एवं अन्य राज्यो के जिलों में जाकर समाज के लोगों के बीच सभाएं आयोजित कर आदि मन्दिर के पुनर्निर्माण के लिए जनजागरण सहित समाज में फैली कुरीतियों के विरुद्ध संघर्ष शुरू किया । शादी का खर्च उठाने में असमर्थ लोगों के लिए मन्दिर परिसर में सामुदायिक भवन निर्माण कार्य प्रारम्भ कराया।मन्दिर समिति के अन्य सदस्यों के सहयोग से मन्दिर के उत्थान के साथ साथ कई सामाजिक कार्य योजनाओं पर ध्यान दिया गया जिससे मन्दिर के साथ समाज का भी विकास हो सके।