20
Apr
वट सावित्री पूजा, सावित्री के दृढ़-संकल्प से अपने पति सत्यवान को मृत्यु के देवता के चंगुल से वापस लाने एवं भक्ति के सम्मान के लिए की जाती है। पूरे भारत में विवाहित महिलाएं अपने पति की लंबी आयु की प्रार्थना करने के लिए इस पूजा में भाग लेती हैं। हिंदू समाज के कुछ वर्ग ज्येष्ठ मास की पूर्णिमा और कुछ अमावस्या के दौरान व्रत का पालन करती हैं। अपने पति और बच्चों की भलाई के लिए मनाया जाने वाला इस पौराणिक व्रत कथा का उल्लेख महाभारत में भी है। यह स्त्रियों का महत्वपूर्ण पर्व है। इस दिन सत्यवान सावित्री तथा यमराज की पूजा की जाती है। सावित्री ने इस व्रत के प्रभाव से अपने मृतक पति सत्यवान को धर्मराज से छुड़ाया था।
Leave a Reply