चित्रगुप्त पूजा कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की द्वितीया तिथि को हर वर्ष होता है। हिन्दुओं में भगवान चित्रगुप्त एक प्रमुख देवता माने जाते हैं। पुराणों के अनुसार वो अपने दरबार में मनुष्यों के पाप-पुण्य का लेखा-जोखा कर न्याय करते हैं। इनकी दृष्टि से कोई नहीं बच पाता है, भगवान चित्रगुप्त के हाथों में मनुष्य के कर्मो का किताब, कलम, दवात और करवाल होता है। इनकी पूजा से लेखनी, वाणी और विद्या का वरदान मिलता है। मान्यता है कि इस पूजा से मानव को मोक्ष की प्राप्ति होती है। भगवान चित्रगुप्त के अभिषेक में कलम और दवात की पूजा की जाती है। चित्रगुप्त की पूजन में दिए मंत्र का जप करना चाहिए। भगवान चित्रगुप्त को ब्रह्मा जी ने पृथ्वी पर मनुष्यों के सभी कार्यों और कर्मों का पूरा रिकॉर्ड रखने का काम सौंपा है। भगवान चित्रगुप्त यह तय करते हैं कि पृथ्वी पर मनुष्य के कर्मरूप के आधार पर स्वर्ग या नर्क भेजना है।
02
Oct
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