नाग पंचमी हिन्दुओं का एक प्रमुख त्योहार है। यह पूरे भारत, नेपाल एवं अन्य देशों में जहां हिंदू अनुयायी रहते हैं सांपों या नागों की पूजा करने का त्यौहार है। हिन्दू पंचांग के अनुसार इस पर्व को श्रावण माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। हिन्दू धर्म के अनुसार माना जाता है की पाताल लोक नागों का निवास स्थान है जिसे नाग-लोक भी कहा जाता है। नाग भगवन शिव के गले का हार होतें हैं और सावन भगवान शिव का सबसे प्रिय महीना है एवं इस महीने के आराध्य देव भगवान शिव को ही माना जाता है। साथ ही यह वर्षा ऋतु का भी समय होता है जिसमें मान्यता है कि नाग भू-गर्भ निकल कर भू-तल पर आतें हैं। वह किसी मनुष्य के आहत का कारण न बनें इसीलिए लिये नाग देवता को प्रसन्न करने के लिये नाग पंचमी की पूजा की जाती है। इस दिन नाग देवता या सर्प को दूध से स्नान कराया जाता है, कहीं-कहीं दूध पिलाने की परम्परा है। शास्त्रों में नागों को दूध पिलाने के बजाये दूध से स्नान कराने को कहा गया है। लोकजीवन में लोगों का नागों से गहरा नाता है, उनकी जन्मकुन्डली के सर्प दोष का निवारण नाग देवता की पूजा से ही दूर होती है। चांदी, पत्थर या लकड़ी से बने नाग देवता या दीवार पर सांपों के चित्र को दूध से स्नान कर फिर श्रद्धा की जाती है।
05
Aug
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